
मैंने पायल है छनकाई
बंशी कान्हे ने बजाई नाचे छम-छम राधे किशोरी राधे पायल जब छनकाए ओ… कान्हा मुरली मधुर बजाए ।। शरद की रतिया आई, चंदा ने किरण फैलाई बृज में देखो कैसी रात मस्ती भरी आई……………2 चले होले होले पुरवाई महके मधुबन की गुलजारी सारा बृज हो गया विभोर कि गोपी ग्वाले धूम मचाए।। देव पुष्प बरसावे, […]
जालीदार रेशमी सलवार कुर्ता
यारी तेरी श्याम से घबराए क्यों। सोचो अब तक सांवरा नहीं आया क्यों।। भाव बिन सांवरा न आएगा। भाव से बिन मोल ये बिक जाएगा।। बिन भाव ये ना आए, दिखावा इसे न भावे श्रद्धा से कोई बुलाए, नंगे पांव दौड़ा आवे प्रेम का भूखा है भाव बिन सांवरा न आएगा ।।… चाहे इत्र खूब […]
धरती सुनहरी अंबर नीला हर मौसम रंगीला
रोम-रोम में राम बसे राम राम उचारे ऐसे राम दीवाने हो….. ऐसे राम दीवाने। राम धुन में मगन हो जाते भक्तों के संग नाचे ऐसे राम दीवाने हो….. ऐसे राम दीवाने ।। काया है कंचन जैसे सुनहरे बाल तन पे मुख मंडल पे करोड़ों सूर्य का तेज दमके। अजर अमर युवा हरदम रहते राम मतवाले […]
एक प्यार का नगमा है, मौजों की रवानी है
क्या खिलाएंगे हम इनको, क्या पिलाएंगे हम इनको सारे जग का ये पालक है सब इसमें समाया है जय जय जय… श्री श्याम जय जय जय… पैंसठ धाम । प्रेम का ये भूखा है, भजनों का ये प्यासा है प्रेमी के प्रेम से ये भूख मिटाता है। भजनों की रसधारा से ये प्यास बुझाता है […]
नजरें मिला के सूरत मन में उतार ले
हद्वय में छवि श्याम की उतार ले। बस यही योग है यही ध्यान है जान ले बात मान ले ओ……. बात मान ले।। दीदार करो दिलबर का, श्रृंगार करो दिल-मन का इत्र इसपे लगेगी स्वांसे तेरी महकेगी भजनों का प्यासा श्याम है ये जान ले बात मान ले ओ. बात मान ले ।। 1……. गुणगान […]
तेरे जैसा यार कहां, कहां ऐसा याराना…
पैंसठ में आए बैठा खाटू से श्याम बाबा सुनता सबकी है श्रद्धा से जो आता। बस एक काम करले ग्यारस को पैंसठ आले बाबा के दर्शन करके बारस की ज्योत जगा ले। दिल से दिलबर को दिल की सुनाते जा कोई नहीं दर ऐसा जो प्रेम लुटाता सदा ।। पचरंगी बागा पहने इत्र से दर […]
मेंहदी लगा के रखना…..
घर को सजा के रखना पलकें बिछा के रखना कीर्तन में आएंगे श्याम श्रद्धा बनाए रखना। भाव बना के रखना प्रेमी बुला के रखना मिलने भक्त से आज आएंगे श्याम सरकार ।। लीले चढ़ेंगे श्याम मोरछड़ी लेके हाथ भक्त के देख के भाव आते हैं लखदातार । कुमकुम सजा ले थाल फूलों की हो भरमार […]
विवश हो गए रामबाण लक्ष्मण को
कैलाशपति तज कैलाश डमरू लिए जाए। देख सभी गण समझ न पाए कहां को नाथ जाए।। जटाजुट भस्मी रंगाए बाघम्बर तन लिपटे मुण्डन माला सर्पन हार कुण्डल चम-चम चमके त्रिभुवन के सब देवी-देव देख-देख हर्षाए भोले बम बम बम भोले बम बम बम… 1……. भागत भागत गण नंदी कछु भी समझ न पाए मां गोरा […]
लाल दुपट्टा उड़ गया रे तेरा
श्याम तुम भी भक्तों में क्या फर्क रखते हो किसी को भर-भर देते हो कोई तरसते हैं क्या दर तेरा सच्चा है या तेरे भक्त झूठे हैं।। ओ….. कहते हैं सब भक्त तेरे देवे बड़े दातार हो तुम आए जो भी द्वार पे तेरे कर देते निहाल हो तुम। अरे….. आते-आते थक से गए हम […]
तुम दिल की धड़कन में रहते हो, रहते हो
जग ने जिसे ठुकराया हो, मन से जो घबराया हो अपनों का सताया हो, चहुं ओर से हारा हो देर न कर अब भी संभल श्याम शरण में आ जाओ ।। हे, पग पग ठोकर खाई हो चहुं ओर घेरे खाई हो दुर दुर दिखे न कोई आंख भी पथराई हो हार गए सब जतन […]