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श्री श्याम मंदिर – 365 धाम राजस्थान के बीकानेर सम्भाग में स्थित एक दिव्य, अलौकिक और चमत्कारी धाम है, जो बाबा श्याम (खाटू श्याम जी) की निस्वार्थ भक्ति, प्रेम और सेवा भावना का अद्वितीय केंद्र है। यह स्थान केवल एक मंदिर नहीं, बल्कि आध्यात्मिक ऊर्जा का स्रोत, भक्तों के आस्था का केंद्र, और बाबा श्याम की साक्षात अनुभूति का स्थल है।
यहाँ बाबा श्याम नित्य अपने दिव्य स्वरूप में विराजमान रहते हैं, और जो भी शुद्ध मन से, समर्पित भाव से आता है — उसकी हर मनोकामना पूर्ण होती है। यह स्थान उन भक्तों के लिए एक जीवनदायिनी ज्योति बन चुका है, जो सच्चे प्रेम और भक्ति से बाबा श्याम से जुड़ना चाहते हैं।
🌕 विशेष महत्त्व — शुक्ल पक्ष एकादशी
365 धाम की सबसे विशेष बात यह है कि हर माह शुक्ल पक्ष की एकादशी को बाबा श्याम अपनी पूर्ण 16 कलाओं के साथ यहाँ विराजते हैं।
यह दिन अत्यंत शुभ माना जाता है, जब:
- श्रद्धालु दूर-दूर से यहाँ दर्शन करने आते हैं।
- संध्या आरती, भजन संध्या, कीर्तन और दर्शन का आयोजन होता है।
- भक्त भाव-विभोर होकर बाबा के श्रीचरणों में नतमस्तक होते हैं।
यह एकादशी केवल एक पर्व नहीं, बल्कि बाबा के प्रेम में डूब जाने का पर्व होता है।
🙏 आध्यात्मिक दृष्टिकोण
श्री श्याम मंदिर – 365 धाम का मूल उद्देश्य केवल पूजा या अनुष्ठान नहीं है। यह मंदिर:
- लोगों को सच्ची भक्ति का मार्ग दिखाता है।
- निष्काम सेवा को जीवन का मूल मंत्र बनाता है।
- दिखावे रहित आध्यात्मिक जीवन जीने की प्रेरणा देता है।
यहाँ आने वाला हर भक्त यही सीखता है:
"भक्ति का मार्ग सरल है — अगर प्रेम सच्चा हो।
ना फल की कामना, ना भय, ना अहंकार — केवल प्रेम और समर्पण।"
🧘 ध्यान और आत्मिक शांति का केंद्र
365 धाम केवल भक्तों के मिलने का स्थान नहीं, बल्कि वह स्थल है:
- जहाँ आत्मा विश्रांति पाती है,
- जहाँ मन से व्याकुल व्यक्ति शांति पाता है,
- और जहाँ भटकती चेतना को दिशा मिलती है।
यहाँ का वातावरण, भजन, मंत्रोच्चारण, आरती की गूंज और बाबा की कृपा — सब मिलकर आध्यात्मिक ऊर्जा का संगम रचते हैं।
🔱 प्रधान पुजारी — श्री धीरज जी पारीक
श्री श्याम मंदिर – 365 धाम के प्रधान पुजारी, श्री धीरज जी पारीक हैं।
वे केवल एक पुजारी नहीं, बल्कि:
- एक आध्यात्मिक पथ-प्रदर्शक हैं,
- एक सहज, सच्चे और समर्पित सेवक हैं,
- और लाखों श्रद्धालुओं के आत्मिक मार्गदर्शक हैं।
उनका जीवन बाबा श्याम के चरणों में पूर्णतः समर्पित है। वे न केवल पूजा करते हैं, बल्कि:
- भक्तों को प्रेम का अर्थ समझाते हैं,
- बाबा से आत्मिक रूप से जुड़ने की विधि सिखाते हैं,
- और सत्य, सेवा व श्रद्धा की प्रेरणा देते हैं।
उनका सबसे प्रिय संदेश है:
"बाबा से रिश्ता बच्चे जैसा बनाओ — जहाँ डर नहीं, दिखावा नहीं, सिर्फ़ प्रेम हो।"
🎶 भजन संध्या और विशेष आयोजन
हर माह की एकादशी, त्योहारों और विशेष अवसरों पर 365 धाम में:
- सजीव भजन संध्या का आयोजन होता है।
- स्थानीय और बाहर से आए गायक भक्तिपूर्ण भजन प्रस्तुत करते हैं।
- श्री धीरज जी की आरती और वाणी भक्तों के हृदय को स्पर्श करती है।
यह संध्या केवल एक आयोजन नहीं — एक भावनात्मक अनुभव है, जो बाबा श्याम से सीधा संबंध जोड़ देती है।
🌏 हमारा उद्देश्य
श्री श्याम मंदिर – 365 धाम का मुख्य उद्देश्य है:
✅ भक्तों को सच्चे प्रेम और निष्काम भक्ति की ओर प्रेरित करना
✅ बाबा श्याम के श्रीचरणों में सबका आत्मिक मार्गदर्शन करना
✅ समाज को संस्कार, सेवा और श्रद्धा की राह दिखाना
✅ ऐसे वातावरण का निर्माण करना जहाँ हर व्यक्ति आत्मिक ऊर्जा से भर सके
📍 हमारे लिए 365 धाम का अर्थ
“365” का अर्थ सिर्फ़ वर्ष के दिन नहीं — यह दर्शाता है कि:
यह धाम हर दिन खुला है, हर दिन दिव्य है, हर दिन बाबा श्याम के प्रेम से परिपूर्ण है।
365 धाम में हर दिन को एक त्यौहार, हर क्षण को एक सेवा और हर सांस को एक भक्ति मानकर जिया जाता है।
श्री श्याम मंदिर – 365 धाम की यह भूमि उन सभी के लिए खुली है:
- जो भक्ति को केवल रस्म नहीं, बल्कि आत्मिक संयोग मानते हैं।
- जो सेवा को समाज कल्याण मानते हैं।
- और जो बाबा श्याम के प्रेम में पूर्ण रूप से समर्पित होना चाहते हैं।
यह मंदिर एक निमंत्रण है —
हर उस आत्मा के लिए जो बाबा श्याम से जुड़ना चाहती है।
यहाँ आइए, दर्शन कीजिए, प्रेम में डूब जाइए — और अपने हृदय में बाबा श्याम का नित्य निवास स्थापित कर लीजिए।
📿 जय श्री श्याम
🕉️ श्री श्याम मंदिर – 365 धाम, बीकानेर संभाग (राजस्थान)
📌 प्रधान पुजारी: श्री धीरज जी पारीक