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वास्तु शास्त्र
मैंने पायल है छनकाई
जालीदार रेशमी सलवार कुर्ता
धरती सुनहरी अंबर नीला हर मौसम रंगीला
एक प्यार का नगमा है, मौजों की रवानी है
नजरें मिला के सूरत मन में उतार ले
तेरे जैसा यार कहां, कहां ऐसा याराना…
मेंहदी लगा के रखना…..
विवश हो गए रामबाण लक्ष्मण को
लाल दुपट्टा उड़ गया रे तेरा
तुम दिल की धड़कन में रहते हो, रहते हो
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