घर को सजा के रखना पलकें बिछा के रखना कीर्तन में आएंगे श्याम श्रद्धा बनाए रखना। भाव बना के रखना प्रेमी बुला के रखना मिलने भक्त से आज आएंगे श्याम सरकार ।।
लीले चढ़ेंगे श्याम मोरछड़ी लेके हाथ भक्त के देख के भाव आते हैं लखदातार । कुमकुम सजा ले थाल फूलों की हो भरमार सुंदर सजा ले दरबार इत्र की हो महकार। आसन बिछा के रखना ज्योत जगा के रखना मिलने भक्त से आज आएंगे श्याम सरकार ।।
गुरु गणेश गोरी हनुमान को ध्या ले भजनों का हो आगाज जयकारा तु लगा ले। बाजेंगे सब बाज सरगम की मिल जाए ताल भजनों में बरसे प्यार जुड़ जाए दिल के तार। नजरें मिला के रखना आंसू बहने देना दिल में बसी कोई बात बाबा से कह देना। मिलने भक्त से आज आएंगे श्याम सरकार ।।
श्रृंगार हो सजा प्यारा लगे दुल्हा सा बाबा गो लोक सा हो नजारा मुस्काए श्याम प्यारा। लीले पे बैठ के आज छम छम नाचेंगे श्याम धीरज बाबा दातार कर देते मालामाल । मिलने भक्त से आज आएंगे लखदातार ।।