रोम-रोम में राम बसे राम राम उचारे ऐसे राम दीवाने हो….. ऐसे राम दीवाने। राम धुन में मगन हो जाते भक्तों के संग नाचे ऐसे राम दीवाने हो….. ऐसे राम दीवाने ।।

काया है कंचन जैसे सुनहरे बाल तन पे मुख मंडल पे करोड़ों सूर्य का तेज दमके। अजर अमर युवा हरदम रहते राम मतवाले ऐसे राम दीवाने हो….. ऐसे राम दीवाने ।।

1……

कोई राम कथा करवाए श्याम कीर्तन करवाए हनुमत बाला आते हैं कीर्तन में रंग बरसाने भक्तों के संग नाचे भक्ति का रंग बरसाए ऐसे राम दीवाने हो….. ऐसे राम दीवाने।

2…

कलि में भक्तों का केवल एक ही है सहारा जो नित का ध्यान लगाता तेरा अंजनी का लाला विपदा सारी टल जाती जो राम की माला जपते ऐसे राम दीवाने हो….. ऐसे राम दीवाने ।

3……

भक्तों के है रखवारे भक्ति का वर है देते संकट मोचन कहलाते संकट भक्तों के हरते “धीरज”” धर ले ध्यान बाला का भक्ति का रंग चढ़ाने ऐसे राम दीवाने हो….. ऐसे राम दीवाने ।